Shashi Tharoor Viral Video: नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और मशहूर वक्ता शशि थरूर (Shashi Tharoor) अक्सर अपनी शानदार अंग्रेजी और शब्दावली के लिए चर्चा में रहते हैं। लेकिन इस बार वह एक अनोखे और दिलचस्प अनुभव के चलते सुर्खियों में हैं। बुधवार को थरूर ने अपने दिल्ली स्थित आवास पर एक बंदर के साथ ऐसा अनुभव किया, जिसे उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा किया और जो देखते ही देखते वायरल हो गया।
थरूर और बंदर की अनोखी मुलाकात
थरूर जब अपने बगीचे में कुर्सी पर बैठकर अखबार पढ़ रहे थे, तभी एक बंदर वहां आ गया। यह बंदर न केवल उनके करीब आया, बल्कि उनकी गोद में बैठ गया। थरूर ने बंदर को दो केले खिलाए, जिसे उसने खुशी-खुशी खा लिया। इस दौरान बंदर ने उन्हें गले लगाया और अपना सिर उनकी छाती पर टिकाकर झपकी भी ली। यह प्यारा और अद्भुत क्षण थरूर ने न केवल जिया, बल्कि इसे तस्वीरों के जरिए कैद कर सोशल मीडिया पर साझा भी किया।
Shashi Tharoor ने साझा किया अनुभव
शशि थरूर ने इस मुलाकात की तस्वीरें ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा करते हुए लिखा,
“आज सुबह मेरे आवास के बगीचे में एक असाधारण अनुभव हुआ। जब मैं कुर्सी पर बैठा अखबार पढ़ रहा था, एक बंदर आया और मेरी गोद में बैठ गया। मैंने उसे दो केले दिए, जो उसने तुरंत खा लिए। उसने मुझे गले लगाया और अपना सिर मेरी छाती पर रख दिया। थोड़ी देर बाद, जब मैं उठने की कोशिश करने लगा, वह उछलकर दूर चला गया।”
वन्यजीवों के प्रति श्रद्धा की बात
थरूर ने अपनी पोस्ट में यह भी लिखा कि वह वन्यजीवों के प्रति सम्मान रखते हैं। हालांकि, बंदर के काटने या किसी खतरे की संभावना को लेकर थोड़ी चिंता भी थी, लेकिन उन्होंने शांत रहते हुए इस मुलाकात को एक खुशनुमा अनुभव के रूप में लिया। थरूर ने कहा,
“मैंने उसकी उपस्थिति को खतरे से मुक्त मानकर उसका स्वागत किया। मुझे खुशी है कि मेरा विश्वास सही साबित हुआ और यह मुलाकात पूरी तरह से शांतिपूर्ण और सौम्य रही।”
सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरें
थरूर द्वारा साझा की गई तस्वीरों में देखा जा सकता है कि बंदर उनकी छाती से लिपटा हुआ है और काफी आरामदायक स्थिति में है। ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गईं, जहां लोग इस प्यारे और असाधारण अनुभव की तारीफ कर रहे हैं। थरूर की इस पोस्ट ने वन्यजीवों के प्रति लोगों की संवेदनशीलता को भी उजागर किया है।
निष्कर्ष
शशि थरूर की यह घटना न केवल मजेदार थी, बल्कि यह वन्यजीवों के साथ सह-अस्तित्व और उनके प्रति सम्मान का एक सुंदर उदाहरण भी पेश करती है। सोशल मीडिया पर इस घटना को देखकर लोगों ने इसे प्यार और करुणा का प्रतीक बताया। थरूर का यह अनुभव निश्चित रूप से उनके प्रशंसकों और पाठकों के लिए एक खास यादगार पल बन गया।